Adam Gondvi
( 1947 - 2011 )

Adam Gondvi (Hindi: अदम गोंडवी), born Ram Nath Singh (Hindi: रामनाथ सिंह) was an Indian poet from Aata Paraspur, Gonda, Uttar Pradesh. He wrote poetry in Hindi, highlighting the plight of marginalized castes, Dalits, impoverished people. Born in a poor farmer family, Gondvi's poetry was known for social commentary, scathing view of corrupt politicians and revolutionary in nature. More

न महलों की बुलंदी से न लफ़्ज़ों के नगीने से तमद्दुन में निखार आता है घीसू के पसीने से कि अब मर्क़ज़ में रोटी है, मुहब्बत हाशिये पर है उतर आई ग़ज़ल इस दौर में कोठी के ज़ीने से...

महेज़ तनख़्वाह से निपटेंगे क्या नखरे लुगाइ के हज़ारों रास्ते हैं सिन्हा साहब की कमाई के ये सूखे की निशानी उनके ड्राइंगरूम में देखो जो टी० वी० का नया सेट है रखा ऊपर तिपाई के...

जिस्म की भूख कहें या हवस का ज्वार कहें सतही जज़्बे को मुनासिब नहीं है प्यार कहें बारहा फ़र्द की अज़्मत ने जिसे मोड़ दिया हम भला कैसे उसे वक़्त की रफ़्तार कहें...

जो 'डलहौजी' न कर पाया वो ये हुक्काम कर देंगे कमीशन दो तो हिन्दुस्तान को नीलाम कर देंगे सुरा औ' सुन्दरी के शौक़ में डूबे हुए रहबर ये दिल्ली को रँगीलेशाह का हम्माम कर देंगे...

मुक्तिकामी चेतना अभ्यर्थना इतिहास की यह समझदारों की दुनिया है विरोधाभास की आप कहते हैं इसे जिस देश का स्वर्णिम अतीत वो कहानी है महज़ प्रतिरोध की, संत्रास की...

ये समझते हैं, खिले हैं तो फिर बिखरना है पर अपने ख़ून से गुलशन में रंग भरना है उससे मिलने को कई मोड़ से गुज़रना है अभी तो आग के दरिया में भी उतरना है...

बेचता यूँ ही नहीं है आदमी ईमान को, भूख ले जाती है ऐसे मोड़ पर इंसान को। सब्र की इक हद भी होती है तवज्जो दीजिए, गर्म रक्खें कब तलक नारों से दस्तरख़्वान को।...

'अदम' सुकून में जब कायनात होती है, कभी-कभार मेरी उससे बात होती है। कहीं हो ज़िक्र अक़ीदत से सर झुका देना, बड़ी अज़ीम ये औरत की ज़ात होती है।...

भुखमरी, बेरोज़गारी, तस्करी के एहतिमाम, सन् सतासी नज़्र कर दें मज़हबी दंगों के नाम। दोस्त ! मलियाना में जाके देखिए, दो क़दम 'हिटलर' से आगे है ये जम्हूरी निज़ाम।...

ये अमीरों से हमारी फ़ैसलाकुन जंग थी, फिर कहाँ से बीच में मस्जिद औ' मंदर आ गए। जिनके चेह्रे पर लिखी थी जेल की ऊँची फ़सील, रामनामी ओढ़कर संसद के अन्दर आ गए।...