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रुला के गया, सपना मेरा बैठी हूँ कब हो सवेरा रुला के गया, सपना मेरा बैठी हूँ कब हो सवेरा...

आज मुझको मौत से भी डर नहीं लगता राह कहती,देख तेरे पांव में कांटा न चुभ जाए कहीं ठोकर न लग जाए; चाह कहती, हाय अंतर की कली सुकुमार...

आओ साथ हमारे, आओ, आओ साथ हमारे हैं ये गीत तुम्हारे, आओ, गाओ साथ हमारे आओ, आओ साथ हमारे ऐ अन्धी गलियों में बसने वालो...

हाये रे वो दिन क्यों ना आए जा-जा के ऋतु लौट आए झिलमिल वो तारे, कहाँ गए सारे मन बाती जले, बुझ जाए...

ओ बसंती पवन पागल, ना जा रे ना जा, रोको कोई ओ बसंती ... बन के पत्थर हम पड़े थे, सूनी सूनी राह में जी उठे हम जब से तेरी, बाँह आई बाँह में...

कल की दौलत, आज की ख़ुशियाँ उनकी महफ़िल, अपनी गलियाँ असली क्या है, नकली क्या है पूछो दिल से मेरे...

लीडर जी, परनाम तुम्हें हम मज़दूरों का, हो न्यौता स्वीकार तुम्हें हम मज़दूरों का; एक बार इन गन्दी गलियों में भी आओ, घूमे दिल्ली-शिमला, घूम यहाँ भी जाओ!...

ग़म की बदली में चमकता एक सितारा है आज अपना हो न हो पर कल हमारा है धमकी ग़ैरों की नहीं अपना सहारा है आज अपना हो न हो पर कल हमारा है...

भगतसिंह ! इस बार न लेना काया भारतवासी की, देशभक्ति के लिए आज भी सज़ा मिलेगी फाँसी की ! यदि जनता की बात करोगे, तुम गद्दार कहाओगे-- बम्ब सम्ब की छोड़ो, भाषण दिया कि पकड़े जाओगे !...

पास देख अनजान अतिथि को-- दबे पाँव दरवाज़े तक आ, लौट गई निंदिया शर्मीली! दिन भर रहता व्यस्त, भला फुर्सत ही कब है?...

क्रान्ति के लिए जली मशाल क्रान्ति के लिए उठे क़दम ! भूख के विरुद्ध भात के लिए रात के विरुद्ध प्रात के लिए...

तू ज़िन्दा है तो ज़िन्दगी की जीत में यकीन कर, अगर कहीं है स्वर्ग तो उतार ला ज़मीन पर! सुबह औ' शाम के रंगे हुए गगन को चूमकर, तू सुन ज़मीन गा रही है कब से झूम-झूमकर,...

पूछ रहे हो क्या अभाव है तन है केवल प्राण कहाँ है ? डूबा-डूबा सा अन्तर है यह बिखरी-सी भाव लहर है ,...