Om Prakash Valmiki
( 1950 - 2013 )

Omprakash Valmiki (Hindi: ओमप्रकाश वाल्‍मीकि) was an Indian Dalit writer and poet. well known for his autobiography, Joothan, considered a milestone in Dalit literature. He was born at the village of Barla in the Muzzafarnagar district of Uttar Pradesh. More

मेरा विश्वास है तुम्हारी तमाम कोशिशों के बाद भी शब्द ज़िन्दा रहेंगे समय की सीढ़ियों पर...

मैंने दुख झेले सहे कष्‍ट पीढ़ी-दर-पीढ़ी इतने फिर भी देख नहीं पाए तुम मेरे उत्‍पीड़न को...

जब भी मैंने किसी घने वृक्ष की छाँव में बैठकर घड़ी भर सुस्‍ता लेना चाहा मेरे कानों में...

यदि तुम्हें, धकेलकर गांव से बाहर कर दिया जाय पानी तक न लेने दिया जाय कुएं से दुत्कारा फटकारा जाय चिल-चिलाती दोपहर में...

रात गहरी और काली है अकालग्रस्त त्रासदी जैसी जहाँ हज़ारों शब्द दफ़न हैं इतने गहरे...

स्याह रात में चमकता जुगनू जैसे उग आया अँधेरे के बीच...

दोस्‍तो ! बिता दिए हमने हज़ारों वर्ष इस इंतज़ार में कि भयानक त्रासदी का युग...

पथरीली चट्टान पर हथौड़े की चोट चिंगारी को जन्‍म देती है जो गाहे-बगाहे आग बन जाती है...

अरे, मेरे प्रताड़ित पुरखों तुम्हारी स्मृतियाँ इस बंजर धरती के सीने पर अभी ज़िन्दा हैं ...

मैंने दुःख झेले सहे कष्‍ट पीढ़ी-दर-पीढ़ी इतने फिर भी देख नहीं पाये तुम मेरे उत्‍पीडन को...