Dushyant Kumar Tyagi (Hindi: दुष्यंत कुमार त्यागी) was a poet of modern Hindi literature. He is known as the first Hindi Ghazal writer of India. In India, he is generally recognised as one of the foremost Hindustani poets of the 20th century. He was also a dramatist and litterateur.More
आज सड़कों पर लिखे हैं सैकड़ों नारे न देख,
पर अन्धेरा देख तू आकाश के तारे न देख ।
एक दरिया है यहाँ पर दूर तक फैला हुआ,
आज अपने बाज़ुओं को देख पतवारें न देख ।...
होने लगी है जिस्म में जुंबिश तो देखिये
इस पर कटे परिंदे की कोशिश तो देखिये
गूँगे निकल पड़े हैं, ज़ुबाँ की तलाश में
सरकार के ख़िलाफ़ ये साज़िश तो देखिये...