आंख बचाते हो तो क्या आते हो
आँख बचाते हो तो क्या आते हो? काम हमारा बिगड़ गया देखा रूप जब कभी नया; कहाँ तुम्हारी महा दया? क्या क्या समझाते हो?-- आँख बचाते हो। लीक छोड़कर कहाँ चलूं? दाने के बिना क्या तलूं? फूला जब नहीं क्या फलूं? क्या हाथ बटाते हो?-- आँख बचाते हो।

Read Next