अब मेरा हक़ बनता है
मैंने टिकिट खरीद कर तुम्हारे लोकतंत्र की नौटंकी देखी है अब तो मेरा रंगशाला में बैठ कर हाय हाय करने और चीखने का हक़ बनता है। आपने भी टिकिट देते समय कोई छूट नहीं दी और मैं भी अब अपने बाजू से परदे फाड़ दूंगा गद्दे जला डालूँगा।

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