तअ'ना-ए-नश्शा न दो सब को कि कुछ सोख़्ता-जाँ
तअ'ना-ए-नश्शा न दो सब को कि कुछ सोख़्ता-जाँ शिद्दत-ए-तिश्ना-लबी से भी बहक जाते हैं

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