क्यूँ गर्दिश-ए-मुदाम से घबरा न जाए दिल
क्यूँ गर्दिश-ए-मुदाम से घबरा न जाए दिल इंसान हूँ पियाला ओ साग़र नहीं हूँ मैं

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