घन-कुरंग
नभ में चौकडियाँ भरें भले शिशु घन-कुरंग खिलवाड़ देर तक करें भले शिशु घन-कुरंग लो, आपस में गुथ गए खूब शिशु घन-कुरंग लो, घटा जल में गए डूब शिशु घन-कुरंग लो, बूंदें पडने लगीं, वाह शिशु घन-कुरंग लो, कब की सुधियाँ जगीं, आह शिशु घन-कुरंग पुरवा सिहकी, फिर दीख गए शिशु घन-कुरंग शशि से शरमाना सीख गए शिशु घन-कुरंग

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