हुई जिन से तवक़्क़ो ख़स्तगी की दाद पाने की
हुई जिन से तवक़्क़ो ख़स्तगी की दाद पाने की वो हम से भी ज़ियादा ख़स्ता-ए-तेग़-ए-सितम निकले

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