बंदगी में भी वो आज़ादा ओ ख़ुद-बीं हैं कि हम
बंदगी में भी वो आज़ादा ओ ख़ुद-बीं हैं कि हम उल्टे फिर आए दर-ए-काबा अगर वा न हुआ

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