अपनी गली में मुझ को न कर दफ़्न बाद-ए-क़त्ल
अपनी गली में मुझ को न कर दफ़्न बाद-ए-क़त्ल मेरे पते से ख़ल्क़ को क्यूँ तेरा घर मिले

Read Next