किसे ख़बर कि सफ़ीने डुबो चुकी कितने
किसे ख़बर कि सफ़ीने डुबो चुकी कितने फ़क़ीह ओ सूफ़ी ओ शाइर की ना-ख़ुश-अंदेशी

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