जल्वा-नुमाई बेपरवाई हाँ यही रीत जहाँ की है
जल्वा-नुमाई बेपरवाई हाँ यही रीत जहाँ की है कब कोई लड़की मन का दरीचा खोल के बाहर झाँकी है

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