मुट्ठी भर लोगों के हाथों में लाखों की तक़दीरें हैं
मुट्ठी भर लोगों के हाथों में लाखों की तक़दीरें हैं जुदा जुदा हैं धर्म इलाक़े एक सी लेकिन ज़ंजीरें हैं

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