देखिए न मेरी कारगुज़ारी
अब देखिए न मेरी कारगुज़ारी कि मैं मँगनी के घोड़े पर सवारी कर ठाकुर साहब के लिए उन की रियाया से लगान और सेठ साहब के लिए पंसार-हट्टे की हर दूकान से किराया वसूल कर लाया हूँ थैली वाले को थैली तोड़े वाले को तोड़ा -और घोड़े वाले को घोड़ा। सब को सब का लौटा दिया अब मेरे पास यह घमंड है कि सारा समाज मेरा एहसानमंद है।

Read Next