शब-ए-फ़ुर्क़त का जागा हूँ फ़रिश्तो अब तो सोने दो
शब-ए-फ़ुर्क़त का जागा हूँ फ़रिश्तो अब तो सोने दो कभी फ़ुर्सत में कर लेना हिसाब आहिस्ता आहिस्ता

Read Next