मैं बिस्तर-ए-ख़याल पे लेटा हूँ उस के पास
मैं बिस्तर-ए-ख़याल पे लेटा हूँ उस के पास सुब्ह-ए-अज़ल से कोई तक़ाज़ा किए बग़ैर

Read Next