कहीं बैठने दे दिल अब मुझे जो हवास टुक मैं बजा करूँ
कहीं बैठने दे दिल अब मुझे जो हवास टुक मैं बजा करूँ नहीं ताब मुझ में कि जब तलक तू फिरे तो मैं भी फिरा करूँ

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