दिलों को फ़िक्र-ए-दो-आलम से कर दिया आज़ाद
दिलों को फ़िक्र-ए-दो-आलम से कर दिया आज़ाद तिरे जुनूँ का ख़ुदा सिलसिला दराज़ करे

Read Next