इस टूने नूं पढ़ फूकांगी, सूरज अगन जलावांगी ।
टूने कामन करके नी मैं प्यारा यार मनावांगी ।
अक्खियां काजल काले बादल, भवां से आग लगावांगी ।
टूने कामन करके नी मैं प्यारा यार मनावांगी ।
और बसात नहीं कुझ मेरी, जोबन धड़ी गुन्दावांगी ।
टूने कामन करके नी मैं प्यारा यार मनावांगी ।
सत्त समुन्दर दिल दे अन्दर, दिल से लहर उठावांगी ।
टूने कामन करके नी मैं प्यारा यार मनावांगी ।
बिजली हो कर चमक ड्रावां, मैं बादल घिर घिर जावांगी ।
टूने कामन करके नी मैं प्यारा यार मनावांगी ।
इश्क अंगीठी हरमल तारे, सूरज अगन चढ़ावांगी ।
टूने कामन करके नी मैं प्यारा यार मनावांगी ।
ना मैं व्याही ना मैं कवारी, बेटा गोद खिडावांगी ।
टूने कामन करके नी मैं प्यारा यार मनावांगी ।
बुल्ल्हा लामकान दी पटड़ी उते, बहके नाद वजावांगी ।
टूने कामन करके नी मैं प्यारा यार मनावांगी ।