सानूं आ मिल यार प्यारिआ
दूर दूर असाथों ग्युं, अजला (अरशां) ते आ के बह रहउं, की कसर कसूर विसारिआ, सानूं आ मिल यार प्यारिआ । मेरा इक अनोखा यार है, मेरा ओसे नाल प्यार है, किवें समझें वड परवाइआ, सानूं आ मिल यार प्यारिआ । जदों आपनी आपनी पै गई, धी मां नूं लुट्ट के लै गई, मूंह बाहरवीं सदी पसारिआ, सानूं आ मिल यार प्यारिआ । दर खुल्ल्हा हशर अज़ाब दा, बुरा हाल होया पंजाब दा, डर हावीए दोज़ख मारिआ, सानूं आ मिल यार प्यारिआ । बुल्ल्हा शहु मेरे घर आवसी, मेरी बलदी भा बुझावसी, इनायत दमदम नाल चितारिआ, सानूं आ मिल यार प्यारिआ ।

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