प्यारिआ संभल के नेहुं ला पिच्छों पछतावेंगा
जांदा जा ना आवीं फेर, ओथे बेपरवाही ढेर, ओथे डहल खलोंदे शेर, तूं वी फद्ध्या जावेंगा । प्यारिआ संभल के नेहुं ला पिच्छों पछतावेंगा । खूह विच यूसफ पाइओ ने, फड़ विच बज़ार विकाइओ ने, इक्क अट्टी मुल्ल पवाइओ ने, तूं कौडी मुल्ल पवावेंगा । प्यारिआ संभल के नेहुं ला पिच्छों पछतावेंगा । नेहुं ला वेख ज़ुलैखां लए, ओथे आशक तड़फन पए, मजनूं करदा है है है, तूं ओथों की ल्यावेंगा । प्यारिआ संभल के नेहुं ला पिच्छों पछतावेंगा । उथे इकना पोसत लुहाईदे, इक आरिआं नाल चिराईदे, इक्क सूली पकड़ चढ़ाईदे, उथे तूं वी सीस कटावेंगा । प्यारिआ संभल के नेहुं ला पिच्छों पछतावेंगा । घर कलालां दा तेरे पासे, ओथे आवन मसत प्यासे, भर भर पीवन प्याले कासे, तूं वी जिय ललचावेंगा । प्यारिआ संभल के नेहुं ला पिच्छों पछतावेंगा । दिलबर हुन ग्युं कित लोउं, भलके की जाणां की हो, मसतां दे ना कोल खलो, तूं वी मसत सदावेंगा । प्यारिआ संभल के नेहुं ला पिच्छों पछतावेंगा । बुल्ल्हआ ग़ैर शर्हा ना हो, सुक्ख दी नींदर भर के सो, मूंहों अनुलहक्क बगो, चढ़ सूली ढोले गावेंगा । प्यारिआ संभल के नेहुं ला पिच्छों पछतावेंगा ।

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