हिन्दू ना नहीं मुसलमान ।
बहीए त्रिंजन तज अभिमान ।
सुन्नी ना नहीं हम शिया ।
सुल्हा कुल्ल का मारग लिया ।
भुक्खे ना नहीं हम रज्जे ।
नंगे ना नहीं हम कज्जे ।
रोंदे ना नहीं हम हस्सदे ।
उजड़े ना नहीं हम वस्सदे ।
पापी ना सुधरमी ना ।
पाप पुन्न की राह ना जाणा ।
बुल्ल्हा शहु जो हरि चित लागे ।
हिन्दू तुर्क दूजन त्यागे ।