कपूरी रेवड़ी क्यों कर लड़े पतासे नाल
तेल तिलां दे लड्डू ने, जलेबी पकड़ मंगाई, डरदे नट्ठे कन्द शकर तों, मिसरी नाल लड़ाई, कां लगड़ नूं मारन लग्गे, गोचें दी गल्ल्ह लाल । कपूरी रेवड़ी क्यों कर लड़े पतासे नाल । हो फरिआदी लक्खपतियां ने, लून ते दसतक लाई, गुलगलिआं मनसूबा बद्धा, पापड़ चोट चलाई, भेडां मार पलंग खपाए, गुरगां बुरा अहवाल । कपूरी रेवड़ी क्यों कर लड़े पतासे नाल । गुड़ दे लड्डू गुस्से हो के, पेड़्यां ते फरिआदी, बरफ़ी नूं कहे दाल चने दी, तूं हैं मेरी बांदी, चढ़ सहे शीहणियां ते नच्चन लग्गे, वड्डी पई धमाल । कपूरी रेवड़ी क्यों कर लड़े पतासे नाल । शकर खंड कहे मिसरी नूं, मेरी वेख सफ़ाई, चिड़वे चने इह करन लग्गे, बदाने नाल लड़ाई, चूहआं कन्न बिल्ली दे कुतरे, हो हो के खुशहाल । कपूरी रेवड़ी क्यों कर लड़े पतासे नाल । बुल्ल्हा शहु हुन क्या बतावे, जो दिसे सो लड़दा, लत्त बलत्ती, गुत्त बगुत्ती, कोई नहीं हत्थ फड़दा, वेखो केही क्यामत आई, आया खर दज्जाल । कपूरी रेवड़ी क्यों कर लड़े पतासे नाल ।

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