घर में गंगा आई संतो, घर में गंगा आई
घर में गंगा आई संतो, घर में गंगा आई । आपे मुरली आप घनईआ, आपे जादूराई । आप गोबरिया आप गडरिया, आपे देत दिखाई । अनहद दवार का आया गवरिया, कंङण दसत चढ़ाई । मूंड मुंडा मोहे परीती कोरेन कन्नां मैं पाई । अम्मृत फल खा ल्यो रे गुसाईं, थोड़ी करो बफाई । घर में गंगा आई संतो, घर में गंगा आई ।

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