फ़सुमा वजउल-अल्लाह दस्सना एं अज्ज ओ यार
घुंघट खोल्ह मुक्ख वेख ना मेरा, ऐब निमाणी दे कज्ज ओ यार । फ़सुमा वजउल-अल्लाह दस्सना एं अज्ज ओ यार । मैं अणजाणी तेरा नेहुं की जाणां, लावण दा नहीं चज्ज ओ यार । फ़सुमा वजउल-अल्लाह दस्सना एं अज्ज ओ यार । हाजी लोक मक्के नूं जांदे, साडा हैं तूं हज्ज ओ यार । फ़सुमा वजउल-अल्लाह दस्सना एं अज्ज ओ यार । डूंघी नदी ते तुलाह पुराणा, मिलसां किहड़े पज्ज ओ यार । फ़सुमा वजउल-अल्लाह दस्सना एं अज्ज ओ यार । बुल्ल्हा शौह मैं ज़ाहर डिट्ठा, लाह मूंह तों लज्ज ओ यार । फ़सुमा वजउल-अल्लाह दस्सना एं अज्ज ओ यार ।

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