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सुनकर तुम्हारी चीज हूँ
सुनकर तुम्हारी चीज हूँ
Makhanlal Chaturvedi
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Hindi
सुनकर तुम्हारी चीज हूँ रण मच गया यह घोर, वे विमल छोटे से युगल, थे भीम काय कठोर; मैं घोर रव में खिंच पड़ा कितना भयंकर जोर? वे खींचते हैं, हाय! ये जकड़े महान कठोर। हे देव! तेरे दाँव ही निर्णय करेंगे आप; उस ओर तेरे पाँव हैं इस ओर मेरे पाप।
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Last edited by
abhishek
March 31, 2017
Added by
Chhotaladka
March 31, 2017
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