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न तुम जानते हो
न तुम जानते हो
Dinkar
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Hindi
मैंने अपने आपको क्षमा कर दिया है। बन्धु, तुम भी मुझे क्षमा करो। मुमकिन है, वह ताजगी हो, जिसे तुम थकान मानते हो। ईश्वर की इच्छा को न मैं जानता हूँ, न तुम जानते हो।
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Chhotaladka
March 31, 2017
Added by
Chhotaladka
March 31, 2017
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