समाधि-लेख / पहले मैं सन्नाटा बुनता हूँ
एक समुद्र, एक हवा, एक नाव, एक आकांक्षा, एक याद : इन्हीं के लाये मैं यहाँ आया। यानी तुम्हारे। पर तुम कहाँ हो? कौन-से किनारे?

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