भर गया गगन में धुआँ
जो था, सब हम ने मिटा दिया इस आत्मतोष से भरे कि उस के हमीं बनाने वाले हैं भर गया गगन में धुआँ हमारे कहते-कहते : 'स्वर्ग धरा पर हम ले आने वाले हैं!'

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