जीवन-यात्रा
अधोलोक में? चलो, वहीं जाना होगा तो वहीं सही। जितनी तेज़ चलेंगे, यह राह बचेगी उतनी थोड़ी। जो विलमते, पड़ाव करते पैदल जाएँगे जाएँ- हम-तुम क्यों न कर लें सवारी के लिए घोड़ी?

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