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नदी का बहना
नदी का बहना
अज्ञेय
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Hindi
देर तक देखा हम ने नदी का बहना। पर नहीं आया हमें कुछ भी कहना। फिर उठे हम, मुड़े चलने को; तब नैन मिले, हुए मानो जलने को; एक को जो कहना था दूसरे ने सुन लिया : ‘किसी भविष्य में नहीं, पिया! न ही अतीत में कहीं, तुम अनन्त काल तक इसी वर्तमान में रहना!’
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Last edited by
abhishek
May 14, 2017
Added by
Chhotaladka
March 31, 2017
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