धड़कन धड़कन
धड़कन धड़कन धड़कन— दाईं, बाईं, कौन सी आँख की फड़कन— मीठी कड़वी तीखी सीठी कसक-किरकिरी किन यादों की रड़कन? उँह! कुछ नहीं, नशे के झोंके-से में स्मृति के शीशे की तड़कन!

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