मनहर जैविक
मनहर, जैविक जीवन-धारी रंग-बिरंगे पंखों वाला यह कठफोड़वा, प्रकृति-प्रिया की शिल्प-सँवारी अनुपम कृति का छंद है जो आता है, मुझको देकर शिल्प सँवारा छंद, उड़ जाता है, मन से कभी न उड़ पाता है, भाषा भाषी बन जाता है।

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