टूटी हिम की टेक
टूटी हिम की टेक हिंडोले वन के डोले, जागे जोगी शैल मनोभव लोचन खोले। लोल हुई कल्लोल कामिनी कूल सुहाए गूँजे छवि के छंद क्षमा के ऋतुपति आए।

Read Next