तुम मेरे लिए नहीं
तुम मेरे लिए नहीं हो-- न हो सकती हो कि मैं अंगुलियों से हवाएँ काटता रहता हूँ ख़ुशनसीब हैं वह उड़ते चले जा रहे पखेरुओं के जोड़े मेरी दिशा से ठीक विपरीत जिनकी दिशाएँ हैं।

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