हम पात्र हैं किसी के
हम पात्र हैं किसी के रख दिए गए यहाँ-- ख़ाली, कभी कुछ भरने के लिए; कभी कुछ उँड़ेलने के लिए; इच्छा के विरुद्ध बने और बन कर रखे रहने के लिए न कुछ कहने के लिए: न कुछ सुनने के लिए: केवल काल के हाथ से टूट कर बिखरने के लिए।

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