पाकिस्तान
पाकिस्तान हो गया कब्रिस्तान। भीतर गड़े भुट्टो आराम करते हैं; बाहर खड़े जिया शस्त्रास्त्र को सलाम करते हैं। अल्लाह का नाम भुट्टो ने लिया, जिया ने लिया; एक ने अल्लाह के नाम पर जान दी; एक ने अल्लाह के नाम पर जान ली। नमाज पढ़ते हैं नमाजिए मस्जिद में, गए को शहीद रह गए को दोजखी गुनहगार कहते हैं। चीखता-चिल्लाता है प्रबल जनमत खून के आँसू बहाता। गए के साथ सहानुभूति- रह गए की भर्त्सना करती हैं संसार के समाचार-पत्रों की छोटी-से-छोटी बड़ी-से-बड़ी टिप्पणियाँ। हवा में उड़ता है जिया के इर्द-गिर्द अट्टहास करता यमराज- दिवास्वप्नी नखलिस्तान पर व्यंग करता।

Read Next