पानी
पानी पड़ा भँवर में नाचे; नाव किनारे थर-थर काँपे; चिड़िया पार गई; नदिया हार गई। पाथर पड़े अगिन दहकाए, संज्ञा-शून्य समाधि लगाए; दुपहर मार गई, ऐंठ उतार गई।

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