इफ़्शा-ए-राज़-ए-इश्क़ में गो ज़िल्लतें हुईं
इफ़्शा-ए-राज़-ए-इश्क़ में गो ज़िल्लतें हुईं लेकिन उसे जता तो दिया जान तो गया

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