मैं हूँ क्या चीज़ जो उस तर्ज़ पे जाऊँ 'अकबर'
मैं हूँ क्या चीज़ जो उस तर्ज़ पे जाऊँ 'अकबर' 'नासिख़' ओ 'ज़ौक़' भी जब चल न सके 'मीर' के साथ

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