गणतन्त्र पताका
उगते सूरज और चांद में जब तक है अरुणाई, हिन्द महासागर की लहरों में जबतक तरुणाई, वृद्ध हिमालय जब तक सर पर श्वेत जटाएँ बाँधे, भारत की गणतंत्र पताका रहे गगन पर छाई।

Read Next