जुए के नीचे गर्दन ड़ाल
जुए के नीचे गर्दन ड़ाल! देख सामने बोझी गाड़ी, देख सामने पंथ पहाड़ी, चाह रहा है दूर भागना, होता है बेहाल? जुए के नीचे गर्दन ड़ाल! तेरे पूर्वज भी घबराए, घबराए, पर क्या बच पाए, इसमें फँसना ही पड़ता है, यह विचित्र है जाल! जुए के नीचे गर्दन ड़ाल! यह गुरु भार उठाना होगा, इस पथ से ही जाना होगा; तेरी खुशी-नाखुशी का है नहीं किसी को ख्याल! जुए के नीचे गर्दन ड़ाल!

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