मेरे साथ अत्याचार
मेरे साथ अत्याचार। प्यालियाँ अगणित रसों की सामने रख राह रोकी, पहुँचने दी अधर तक बस आँसुओं की धार। मेरे साथ अत्याचार। भावना अगणित हृदय में, कामना अगणित हृदय में, आह को ही बस निकलने का दिया अधिकार। मेरे साथ अत्याचार। हर नहीं तुमने लिया क्या, तज नहीं मैंने दिया क्या, हाय, मेरी विपुल निधि का गीत बस प्रतिकार। मेरे साथ अत्याचार।

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