बाढ़
बाढ़ आ गई है, बाढ़! बाढ़ आ गई है, बाढ़! वह सब नीचे बैठ गया है जो था गरू-भरू, भारी-भरकम, लोह-ठोस टन-मन वज़नदार! और ऊपर-ऊपर उतरा रहे हैं किरासिन की खालीद टिन, डालडा के डिब्‍बे, पोलवाले ढोल, डाल-डलिए- सूप, काठ-कबाड़-कतवार! बाढ़ आ गई है, बाढ़! बाढ़ आ गई है, बाढ़!

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