ज़ाहिद का दिल न ख़ातिर-ए-मय-ख़्वार तोड़िए
ज़ाहिद का दिल न ख़ातिर-ए-मय-ख़्वार तोड़िए सौ बार तौबा कीजिए सौ बार तोड़िए

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