सदाक़त हो तो दिल सीनों से खिंचने लगते हैं वाइ'ज़
सदाक़त हो तो दिल सीनों से खिंचने लगते हैं वाइ'ज़ हक़ीक़त ख़ुद को मनवा लेती है मानी नहीं जाती

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