इक लफ़्ज़-ए-मोहब्बत का अदना ये फ़साना है
इक लफ़्ज़-ए-मोहब्बत का अदना ये फ़साना है सिमटे तो दिल-ए-आशिक़ फैले तो ज़माना है

Read Next