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निभृत विजन में मेरे मन में
निभृत विजन में मेरे मन में
Sumitranandan Pant
#
Hindi
निभृत विजन में मेरे मन में हुआ एक दिन स्वप्नाभास,-- मुग्ध यौवना गीत गुनगुना बैठी है ज्यों मेरे पास! मेरा मन खो गया विहग बन नयन नीलिमा में तत्काल, वैभव सुख की, सुत के मुख की रही न फिर मुझको अभिलाष!
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Chhotaladka
January 16, 2017
Added by
Chhotaladka
January 16, 2017
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